B.Ed और D.El.Ed बंद, अब सिर्फ ITEP कोर्स से बनेगा शिक्षक | जानिए नया नियम 2025

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शिक्षक भर्ती में बड़ा बदलाव: अब B.Ed और D.El.Ed कोर्स बंद होंगे। 12वीं के बाद सिर्फ ITEP (Integrated Teacher Education Programme) से ही शिक्षक बन पाएंगे। जानें 2030 से लागू होने वाले नए नियम और एडमिशन प्रक्रिया।B.Ed और D.El.Ed बंद, अब सिर्फ ITEP कोर्स से बनेगा शिक्षक | जानिए नया नियम 2025 दोस्तों, आपका स्वागत है। आज की बड़ी खबर उन विद्यार्थियों के लिए है जो शिक्षक भर्ती की तैयारी कर रहे हैं। हाल ही में नियमों में लगातार बड़े बदलाव किए जा रहे हैं—चाहे वह टीजीटी हो, पीजीटी हो या प्राइमरी भर्ती। अब एक अहम बदलाव सामने आया है, जिसके बाद पुराने शिक्षकों को भी टीईटी (TET) करना होगा।

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अब बंद होंगे B.Ed और D.El.Ed

शिक्षक बनने के लिए अब तक विद्यार्थी B.Ed या D.El.Ed कोर्स करते थे, लेकिन अब ये कोर्स बंद होने जा रहे हैं। हालांकि पहले से किए गए B.Ed या D.El.Ed अमान्य नहीं होंगे, लेकिन आगे नए एडमिशन इन कोर्सों में नहीं होंगे। कॉलेजों और संस्थानों को भी इनकी जगह नए कोर्स चलाने होंगे।

नया कोर्स: ITEP

अब पूरे देश में ITEP (Integrated Teacher Education Programme) लागू किया जा रहा है। यह राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP 2020) के अनुसार तैयार किया गया है।

  • अभी तक 77 से ज्यादा संस्थानों में यह कोर्स शुरू हो चुका है।
  • दिल्ली यूनिवर्सिटी, कई IITs, NITs और बड़ी यूनिवर्सिटीज में एडमिशन जारी है।
  • फिलहाल 6100 सीटें हैं, जो जल्द बढ़कर 9000 हो जाएंगी।

ITEP में एडमिशन कैसे होगा?

12वीं के बाद ITEP में एडमिशन के लिए NCET (National Common Entrance Test) देना होगा। यह वैसा ही टेस्ट है जैसे NEET या JEE।

  • NCET पास करने के बाद काउंसलिंग होगी।
  • अपनी पसंद का कॉलेज चुनकर एडमिशन लिया जा सकेगा।
  • ITEP की डिग्री पूरी करने के बाद ही शिक्षक भर्ती में मौका मिलेगा।

2030 से अनिवार्य होगा ITEP

NCTE (National Council for Teacher Education) के नए नियमों के मुताबिक 2030 से केवल ITEP ही मान्य होगा।

  • दो वर्षीय और चार वर्षीय B.Ed, D.El.Ed और B.El.Ed कोर्स बंद कर दिए जाएंगे।
  • जहां पहले से चार वर्षीय कोर्स चल रहा है, उन्हें भी ITEP में कन्वर्ट करना होगा।

ITEP होगा चार भागों में

ITEP को चार अलग-अलग लेवल पर लागू किया जाएगा—

  1. Foundation Stage – कक्षा नर्सरी से 2 तक
  2. Preparatory Stage – कक्षा 3 से 5 तक
  3. Middle Stage – कक्षा 6 से 8 तक
  4. Secondary Stage – कक्षा 9 से 12 तक

ज़्यादातर यूनिवर्सिटीज अभी Secondary Stage ITEP चला रही हैं, क्योंकि इसमें विद्यार्थियों को सबसे ज्यादा अवसर मिलते हैं।

क्यों जरूरी है बदलाव?

अब तक अक्सर विद्यार्थी B.Tech, IAS या PCS जैसी तैयारी में असफल होने के बाद B.Ed करके शिक्षक बन जाते थे। नई नीति के बाद छात्रों को 12वीं के बाद ही तय करना होगा कि उन्हें क्या बनना है—डॉक्टर (NEET), इंजीनियर (JEE) या शिक्षक (NCET)

अब शिक्षक बनने का रास्ता पहले जैसा आसान नहीं रहेगा। अगर आप शिक्षक बनना चाहते हैं, तो 12वीं के बाद ही ITEP चुनना होगा। यह बदलाव 2030 से पूरी तरह लागू होगा।

ध्यान रहे:

  • ITEP में एडमिशन के लिए NCET ज़रूरी होगा।
  • पुराने कोर्स में अब नए एडमिशन नहीं होंगे।
  • ITEP पास करने वालों को ही भविष्य की शिक्षक भर्तियों में मौका मिलेगा।

दोस्तों, यह बदलाव बहुत बड़ा है। इसलिए अगर आपके घर में कोई 12वीं के बाद शिक्षक बनने का सपना देख रहा है तो उसे अभी से सही जानकारी दें।



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