TGT PGT EXAM UPDATE|उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग विवाद — छात्रों में असमंजस, नेताओं व आंदोलनों की अपील

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TGT PGT EXAM UPDATE|उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग विवाद — छात्रों में असमंजस, नेताओं व आंदोलनों की अपील उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग (UPESSE) के हालिया घटनाक्रमों को लेकर प्रदेश भर के अभ्यर्थियों और गतिविधि संचालकों में असमंजस और चिंताएँ बढ़ती जा रही हैं। आयोग के अध्यक्ष के इस्तीफे और उसके बाद की व्यवस्थाओं को लेकर अलग-अलग दावे सामने आने से 13 लाख से अधिक फॉर्म भरने वाले अभ्यर्थी मानसिक दबाव और अनिश्चितता का सामना कर रहे हैं।

समाचार एजेंसियों से बात करते हुए आंदोलन के सक्रिय सदस्य ने कहा कि आयोग में आज दिन भर केवल इस्तीफा संबंधी चर्चाएँ ही हुईं और किसी भी प्रकार से परीक्षा तिथियों को लेकर निर्णायक चर्चा भूमि-स्तर पर नहीं हुई। कुछ स्थानों पर परीक्षा तिथियों के बारे में अफवाहें फैल रही हैं—कई लोग यह दावा कर रहे हैं कि टीजीटी/पीजीटी की परीक्षा दिसंबर में कराई जाएगी—जबकि आयोग के अंदर ऐसी कोई अधिकारिक घोषणा आज नहीं की गई।

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आंदोलन के प्रतिनिधियों का कहना है कि 22 सितंबर को इस्तीफा लिखवाया गया और 26 सितंबर को उसे स्वीकार किया गया; यह क्रम कई सवाल उठाता है और अफवाहों से छात्रों की मानसिक स्थिति और बिगड़ रही है। प्रतिनिधियों ने कहा कि पिछले वर्षों में छात्रों ने लंबी लड़ाइयाँ और 140 दिनों तक आंदोलन किए हैं—ताकि आयोग का गठन सुनिश्चित हो सके—और अब फिर से असमंजस से उनकी मेहनत पर प्रश्न खड़े हो रहे हैं।

प्रतिनिधि यह भी बताते हैं कि वे आयोग के नव नियुक्त कार्यवाहक अध्यक्ष से सोमवार-मंगलवार को मिलने का प्रयास करेंगे और शासन से प्रस्ताव भेजकर पुरानी विज्ञप्ति की प्रासंगिकता व परीक्षा तिथियों के शीघ्र निर्धारण की मांग करेंगे। उनका कहना है कि यदि भर्ती प्रक्रिया में विलंब हुआ तो आने वाली भर्तियों पर भी बड़ा प्रभाव पड़ेगा और हजारों युवा प्रभावित होंगे।

आंदोलन के नेताओं ने एकजुटता की अपील करते हुए कहा कि सभी साथियों को संयमित और संगठित रूप में दबाव बनाना चाहिए, अफवाहों से बचते हुए सच्ची जानकारी पर ध्यान देना चाहिए और अधिकारियों से स्पष्ट स्थिति माँगनी चाहिए। उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि यदि समय पर कदम नहीं उठाए गए तो छात्र अपनी आवाज उठाने के लिए और संगठित आंदोलन की कार्यवाही कर सकते हैं।

अभ्यर्थियों के मन में उठ रहे प्रमुख प्रश्न:

  • क्या आयोग अक्टूबर की निर्धारित तिथियों (15–16 अक्टूबर) पर परीक्षा करवा पाएगा?
  • टीजीटी/पीजीटी परीक्षा वास्तव में दिसंबर में होगी या नहीं?
  • अध्यक्ष पद पर हुई नियुक्ति-प्रक्रिया के कारण भर्ती रद्द तो नहीं होगी?

आंदोलन के नेतृत्व ने सभी अभ्यर्थियों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें, संयम बनाये रखें और स्थिति स्पष्ट होने तक अधिकारिक सूचनाओं का ही इंतजार करें। साथ ही उन्होंने कहा कि सोमवार/मंगलवार तक कार्यवाहक अध्यक्ष से वार्ता के बाद स्थिति स्पष्ट होने पर विस्तृत सूचना जारी की जाएगी।

— समाचार सूत्र / युवा मंच टीम


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