SSC EXAM दोस्तों, स्वागत है आपका madhyamikpariksha.com पर। मैं हूँ अंकित अवस्थी। दोस्तों, इन दिनों देश में कई बड़ी खबरें सुर्खियों में हैं। डोनाल्ड ट्रंप का टैरिफ लगाना, संसद में प्रधानमंत्री का भाषण, पहलगाम में आतंकियों का मारा जाना—ये सब तो चल ही रहा है। लेकिन इन सबके बीच एक ऐसी खबर है, जो हमारे देश के भविष्य, हमारे छात्रों से जुड़ी है। ये खबर नहीं, बल्कि हमारे देश की रीढ़ की हड्डी—हमारे युवाओं की बात है।
आज मैं ये मुद्दा क्यों उठा रहा हूँ? क्योंकि सोशल मीडिया पर कुछ ऐसी तस्वीरें और वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिन्हें देखकर मन दुखी हो जाता है। हमारे कुछ शिक्षक, जो छात्रों की माँगों को लेकर दिल्ली में शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे थे, उनके साथ पुलिस ने ऐसा बर्ताव किया जैसे वो कोई अपराधी हों। शिक्षकों को बसों में ठूँसकर ले जाया गया। वीडियो में आप देख सकते हैं—राकेश यादव सर, अभिनय सर, और न जाने कितने शिक्षक, जो नैया पार वाले हमारे गुरु हैं, वो सब छात्रों के हक के लिए दिल्ली की सड़कों पर थे।
मुझसे भी कहा गया था कि मैं वहाँ मौजूद रहूँ, लेकिन दोस्तों, आप जानते हैं कि इन दिनों हम दिन-रात खबरों के पीछे भाग रहे हैं। बाजार का गिरना, संभलना, और इन सबके बीच आपको सही जानकारी देना हमारी जिम्मेदारी है। लेकिन आज का मुद्दा इतना बड़ा है कि इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, शिक्षक दिल्ली में स्टाफ सिलेक्शन कमीशन (SSC) की अनियमितताओं के खिलाफ ज्ञापन देने गए थे। SSC के जरिए जो परीक्षाएँ होती हैं, उनमें हाल के दिनों में छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है। देशभर से बड़ी संख्या में शिक्षक शांतिपूर्वक अपनी बात रखने डिपार्टमेंट ऑफ पर्सनल एंड ट्रेनिंग (DOPT) के सामने एकत्र हुए थे। लेकिन वहाँ उनके साथ बदसलूकी हुई। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो पुलिस ने लाठियाँ तक चलाईं। शिक्षकों के वीडियो सामने आए हैं, जो इसकी गवाही दे रहे हैं।
अब सवाल ये कि आखिर हो क्या रहा है? SSC में ऐसी क्या गड़बड़ी है, जिसके चलते छात्र और शिक्षक सड़कों पर हैं? अगर आप SSC के बारे में नहीं जानते, तो चिंता न करें। मैं आपको आसान भाषा में सब समझाता हूँ।
SSC क्या है और क्यों है हंगामा?
स्टाफ सिलेक्शन कमीशन (SSC) एक सरकारी संस्था है, जो युवाओं के लिए विभिन्न सरकारी नौकरियों की परीक्षाएँ आयोजित करती है। जैसे UPSC IAS और NDA जैसी परीक्षाएँ करवाता है, वैसे ही SSC भी CGL, CHSL, मल्टी-टास्किंग स्टाफ जैसी परीक्षाएँ करवाता है। इनके लिए 12वीं पास से लेकर ग्रेजुएशन तक की योग्यता चाहिए होती है। लाखों छात्र इन परीक्षाओं में मेहनत करते हैं, ताकि वो हजारों में से चुने जाएँ। लेकिन इस बार SSC ने ऐसा धोखा दिया, जिसने छात्रों का गुस्सा भड़का दिया।
SSC EXAM में क्या गड़बड़ी हुई?
SSC की सेलेक्शन पोस्ट फेज-13 परीक्षा 24 जुलाई से 4 अगस्त तक होनी थी। इसके लिए 2423 पद थे। 18 से 30 साल के बीच के 10वीं, 12वीं, और ग्रेजुएशन पास छात्रों ने आवेदन किया। फॉर्म भरने की आखिरी तारीख 24 जून थी। सब कुछ ठीक चल रहा था। लेकिन जैसे ही 24 जुलाई को छात्र परीक्षा देने सेंटर पर पहुँचे, उन्हें झटका लगा। कुछ सेंटर्स पर परीक्षा रद्द कर दी गई। वजह? टेक्निकल प्रॉब्लम्स।
पवन गंगा एजुकेशन सेंटर, एडुकासा इंटरनेशनल हबली जैसे सेंटर्स पर नोटिस चस्पा थे कि पहली शिफ्ट की परीक्षा रद्द है। फिर खबर आई कि 24 से 26 जुलाई तक कई सेंटर्स पर सभी परीक्षाएँ रद्द कर दी गईं। छात्र, जो सैकड़ों किलोमीटर दूर से मेहनत करके सेंटर तक पहुँचे, उनके सपनों पर पानी फिर गया।
गड़बड़ी की जड़ क्या है?
छात्रों ने जब छानबीन की, तो पता चला कि इस बार SSC ने परीक्षा आयोजित करने का जिम्मा एडिकुटी नाम की कंपनी को दिया। पहले ये काम TCS (टाटा कंसलटेंसी सर्विसेज) करती थी, जो बड़े स्तर पर ऑनलाइन परीक्षाएँ करवाती थी। लेकिन इस बार सरकार ने क्वालिटी कॉस्ट बेस्ड सिलेक्शन (QCBS) मॉडल के तहत एडिकुटी को चुना, क्योंकि उसने 273 करोड़ में काम करने की पेशकश की, जबकि TCS ने 450 करोड़ माँगे।
अब सस्ते में काम तो मिल गया, लेकिन एडिकुटी की लापरवाही ने छात्रों का भविष्य दाँव पर लगा दिया। इस कंपनी का इतिहास भी विवादों से भरा है। 2020 में इसे कई परीक्षाओं में गड़बड़ी—पेपर लीक, टेक्निकल फेलियर, और मिसमैनेजमेंट—के लिए बाहर किया गया था। मध्य प्रदेश पटवारी परीक्षा, महाराष्ट्र MBA CET जैसी परीक्षाओं में इसका नाम बदनाम हो चुका है। फिर भी इसे क्यों चुना गया? यही सवाल छात्र पूछ रहे हैं।
छात्रों की माँगें क्या हैं?
छात्रों का कहना है कि SSC की लापरवाही उनके सपनों का मजाक बन रही है। वो Twitter पर #SSC_Vendor_Failure और #SSC_Mismanagement ट्रेंड चला रहे हैं। उनकी माँगें ये हैं:
- एडिकुटी को बैन करें: इस कंपनी की लापरवाही से परीक्षाएँ बर्बाद हो रही हैं।
- पारदर्शी नॉर्मलाइजेशन: अलग-अलग तारीखों पर होने वाली परीक्षाओं में नॉर्मलाइजेशन की प्रक्रिया साफ हो।
- UPSC जैसा एग्जाम कैलेंडर: समय पर परीक्षाएँ और नियुक्तियाँ हों।
- पेपर लीक पर रोक: सेंटर्स पर सिक्योरिटी चेक और इंफ्रास्ट्रक्चर बेहतर हो।
- वेटिंग लिस्ट जारी करें: सिलेक्शन के बाद नौकरी में देरी न हो।
शिक्षकों का साथ, लेकिन बदसलूकी क्यों?
छात्रों की इन माँगों को लेकर शिक्षक दिल्ली में एकजुट हुए। वो शांतिपूर्वक DOPT को ज्ञापन देना चाहते थे। लेकिन पुलिस ने उनके साथ बदसलूकी की। वीडियो में साफ दिख रहा है कि शिक्षकों को बसों में ठूँसकर ले जाया गया। एक छात्र ने बताया कि वो राजस्थान से है, लेकिन उसका सेंटर अंडमान में दे दिया गया। दूसरे सेंटर्स पर माउस नहीं चल रहा, सर्वर क्रैश हो रहे हैं, और इनविजिलेटर अपनी मस्ती में व्यस्त हैं।
ये सब क्यों जरूरी है?
दोस्तों, जब हम कहते हैं कि भारत को विश्व गुरु बनाना है, तो ये बयानों से नहीं होगा। हमारे छात्र, जो देश का भविष्य हैं, अगर वो ही परेशान होंगे, तो हम कैसे आगे बढ़ेंगे? SSC एक सरकारी संस्था है, और सरकार की जिम्मेदारी है कि वो छात्रों के हितों का ख्याल रखे। अगर हम डोनाल्ड ट्रंप से कूटनीति की बात करते हैं, तो अपने देश के युवाओं के लिए भी तो कुछ करें!
शिक्षकों के साथ ऐसा बर्ताव शर्मनाक है। वो सिर्फ छात्रों की आवाज उठा रहे थे। अगर कोचिंग चलाने या राजनीति में आने की बात भी हो, तो इसमें गलत क्या है? शिक्षक देश का निर्माण करते हैं। अगर वो राजनीति में आते हैं, तो कम से कम पढ़ा-लिखा शख्स तो आएगा। लेकिन इस सबके बीच छात्रों का मुद्दा दब नहीं जाना चाहिए।
सरकार से अपील
मेरी सरकार और सभी जिम्मेदार लोगों से गुजारिश है—छात्रों के भविष्य के साथ मजाक बंद करें। SSC की गड़बड़ियों को सुधारें। एडिकुटी जैसी कंपनियों को बाहर करें। शिक्षकों के साथ ऐसा बर्ताव दोबारा न हो। मैं उन सभी शिक्षकों का शुक्रिया अदा करता हूँ, जो इस लड़ाई में साथ हैं। मैं भले ही वहाँ मौजूद न हो सका, लेकिन इस मंच से आपकी और छात्रों की आवाज जरूर उठाऊँगा।
आपके विचार क्या हैं? कमेंट में जरूर बताएँ। धन्यवाद!
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लेखक परिचय – चंद्रशेखर
मैं चंद्र शेखर, एक प्रशिक्षित और समर्पित गणित शिक्षक हूं। मैं MadhyamikPariksha.com का संस्थापक हूं। मेरा उद्देश्य छात्रों को सही, सरल और भरोसेमंद शैक्षिक सामग्री उपलब्ध कराना है।
मेरी शैक्षणिक योग्यता इस प्रकार है:
🎓 M.Sc (गणित)
📘 B.Ed
🔬 B.Sc (PCM)
✅ TGT Qualified (Maths) – 2016
📝 UP TET Qualified
मुझे गणित पढ़ाने का 7 वर्षों का अनुभव है। मैंने हजारों छात्रों को बोर्ड परीक्षाओं और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में मार्गदर्शन दिया है। मेरी खासियत है – गणित को आसान भाषा और रोचक तरीके से समझाना।
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चंद्रशेखर
(M.Sc Maths, B. Sc, B.Ed, TGT Qualified 2016, UPTET Qualified)