UP TGT PGT Exam 2025 पर संकट – चेयरमैन के इस्तीफे से बढ़ी प्रतियोगियों की चिंता

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UP TGT PGT Exam 2025 पर संकट गहराया। चेयरमैन के इस्तीफे से छात्रों में डर, 15-16 अक्टूबर PGT और 18-19 दिसंबर TGT परीक्षा पर संशय। पूरी खबर पढ़ें और जानें आयोग से छात्रों की मांग।

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उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग (UPSESSB) की TGT-PGT भर्ती परीक्षा 2025 को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। प्रतियोगी छात्र अब बेहद चिंतित हैं क्योंकि आयोग के कार्यवाहक चेयरमैन के इस्तीफे के बाद परीक्षा के समय पर आयोजित होने को लेकर संशय गहराता जा रहा है।

15-16 अक्टूबर को प्रस्तावित PGT परीक्षा और 18-19 दिसंबर को प्रस्तावित TGT परीक्षा को लेकर अभी तक कोई आधिकारिक नोटिफिकेशन जारी नहीं हुआ है। इससे लाखों अभ्यर्थियों में भय, गुस्सा और निराशा फैल गई है।


छात्रों की प्रतिक्रियाएं

छात्रों ने आयोग पर टालमटोल और पारदर्शिता की कमी के आरोप लगाए हैं।

  • आयोग के अध्यक्ष के अचानक इस्तीफे ने हालात और बिगाड़ दिए।
  • छात्रों का कहना है कि अगर अक्टूबर-दिसंबर में परीक्षा नहीं हुई, तो जनवरी से बोर्ड परीक्षाएं और फरवरी-मार्च से पंचायत चुनाव शुरू हो जाएंगे।
  • ऐसे में मई-जून से पहले परीक्षा कराना असंभव हो जाएगा।
  • छात्रों का कहना है कि उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है।

छात्रों की मुख्य मांगें

  • किसी भी हालत में 15-16 अक्टूबर को PGT परीक्षा और 18-19 दिसंबर को TGT परीक्षा कराई जाए।
  • अगर तारीख में बदलाव अनिवार्य है, तो समय से पहले लिखित नोटिफिकेशन जारी किया जाए।
  • पारदर्शिता बनाए रखी जाए और अफवाहों से छात्रों को दूर रखने के लिए स्पष्ट सूचना दी जाए।

आयोग से अपील

छात्रों का कहना है –
“अगर परीक्षा स्थगित होती है तो यह प्रतियोगी छात्रों के साथ अन्याय होगा। सरकार और आयोग को तुरंत नोटिस जारी कर छात्रों को भरोसा दिलाना चाहिए कि परीक्षा समय पर होगी।”


विश्लेषण

  • 12 लाख से अधिक फॉर्म भरे गए हैं, जिससे यह भर्ती उत्तर प्रदेश की सबसे बड़ी भर्ती परीक्षाओं में से एक है।
  • कार्यवाहक अध्यक्ष के पास परीक्षा कराने की शक्ति है, लेकिन सरकार से नीतिगत आदेश आवश्यक है।
  • सोशल मीडिया पर छात्रों से अपील की जा रही है कि ट्विटर और अन्य प्लेटफॉर्म पर अपनी आवाज उठाएं।

निष्कर्ष

UP TGT PGT Exam 2025 पर संशय बना हुआ है। अब देखना यह है कि आयोग और सरकार समय रहते कोई बड़ा निर्णय ले पाती है या नहीं।
छात्रों का कहना है –
“हम सालभर से तैयारी कर रहे हैं, परीक्षा किसी भी कीमत पर समय पर होनी चाहिए।”



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