प्रवक्ता भर्ती परीक्षा चौथी बार स्थगित

Spread the love


प्रवक्ता भर्ती परीक्षा चौथी बार स्थगित

15 और 16 अक्टूबर को होनी थी परीक्षा, नई तारीख की घोषणा नहीं

उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड (UPSESSB) द्वारा आयोजित प्रवक्ता भर्ती (PGT) परीक्षा-2022 एक बार फिर स्थगित कर दी गई है। यह परीक्षा पहले 15 और 16 अक्टूबर 2025 को प्रस्तावित थी, लेकिन अब इसे चौथी बार टाल दिया गया है। फिलहाल नई तिथि का ऐलान नहीं किया गया है।

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

परीक्षा स्थगित होने से अभ्यर्थियों में आक्रोश

लगातार परीक्षा टलने से अभ्यर्थियों में गहरी नाराज़गी और निराशा है। उनका कहना है कि वर्षों की तैयारी और समय देने के बावजूद भर्ती प्रक्रिया पूरी नहीं हो रही है। कई अभ्यर्थियों ने सोशल मीडिया पर अपनी नाराज़गी जताई और इसे “मनোবल तोड़ने वाला फैसला” बताया।

कितनी भर्ती, कितने अभ्यर्थी

बोर्ड ने वर्ष 2022 में प्रवक्ता पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू की थी। इसके अंतर्गत 22 विषयों में कुल 624 पद निकाले गए थे। इन पर भर्ती के लिए 464605 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया। इसी के साथ टीजीटी (प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक) पदों के लिए भी विज्ञापन जारी हुआ था जिसमें 3539 पद शामिल थे।

परीक्षा की तिथियों का इतिहास

  • अप्रैल 2025 में पहली बार परीक्षा तय हुई थी, लेकिन स्थगित हो गई।
  • इसके बाद जून 2025 में परीक्षा रखी गई, जो नहीं हो सकी।
  • फिर अक्टूबर 2025 के लिए तिथि घोषित हुई थी, परंतु अब चौथी बार इसे टाल दिया गया।

सोशल मीडिया पर गुस्सा

अभ्यर्थियों ने व्यंग्य करते हुए कहा कि परीक्षा स्थगित करने का “विश्व रिकॉर्ड” बोर्ड के नाम दर्ज होना चाहिए। कई छात्रों ने बोर्ड की कार्यशैली पर गंभीर सवाल उठाए हैं और सरकार से तत्काल कदम उठाने की मांग की है।

अन्य भर्तियों पर भी संकट

सिर्फ PGT ही नहीं, बल्कि TGT भर्ती परीक्षा भी अधर में लटक गई है। यह परीक्षा 18 और 19 दिसंबर को प्रस्तावित है, लेकिन इस पर भी संशय बना हुआ है। अभ्यर्थियों का कहना है कि अगर लगातार भर्तियां ही टलती रहेंगी तो युवाओं का भविष्य और अधिक अंधकारमय हो जाएगा।

चयन बोर्ड की कार्यशैली पर सवाल

विशेषज्ञों का कहना है कि जब चयन बोर्ड किसी भर्ती को समय पर पूरा नहीं कर पाता तो उसका असर सीधा विद्यालयों और छात्रों पर पड़ता है। स्थायी शिक्षकों की कमी से शिक्षा व्यवस्था प्रभावित हो रही है। ऐसे में सरकार और चयन बोर्ड को पारदर्शिता और समयबद्ध भर्ती प्रक्रिया सुनिश्चित करनी चाहिए।



Spread the love

Leave a Comment